दुखों की हो बरसात या सुख की हो रिमझिम दोनों बरसातों में तो आंखें भर ही आती है | | दुखों की हो बरसात या सुख की हो रिमझिम दोनों बरसातों में तो आंखें भर ही आती है...
संगीत बजता रहा, जीवन की हर लय पर, वक़्त की लय पर जीवन थिरकता रहे संगीत बजता रहा, जीवन की हर लय पर, वक़्त की लय पर जीवन थिरकता रहे
यह एहसान इन लोगों ने नहीं भूला मंच भी इन्हें देख डगमग सा डोला यह एहसान इन लोगों ने नहीं भूला मंच भी इन्हें देख डगमग सा डोला
उपवन का सौंदर्य मन की मादकता नयन का विकल हाथों का चुंबन सब छोड़ गई उपवन का सौंदर्य मन की मादकता नयन का विकल हाथों का चुंबन सब छोड़ गई
जीवन है संगीत या संगीत सा जीवन कभी आरोह, कभी अवरोह कभी मिलन, कभी विछोह जीवन है संगीत या संगीत सा जीवन कभी आरोह, कभी अवरोह कभी मिलन, कभी विछोह
पार उतरने की कोशिश में भंवर जाल में फँसती जाती उतरेगी नौका पार वहीं जिसमें समान हो सत्कर्मो... पार उतरने की कोशिश में भंवर जाल में फँसती जाती उतरेगी नौका पार वहीं जिस...